चूहों को मारना

गणेश जी के वाहन चूहे को मारने से आपके ऊपर आ सकती है ये मुसीबत

चूहों को मारना – प्रत्‍येक देवी-देवता का कोई पशु या पक्षी वाहन के रूप में जाना जाता है।

वहीं भगवान गणेश का वाहन मूषक को माना जाता है। गणेश जी के साथ मूषक की भी पूजा की जाती है। लेकिन अगर ये चूहे घर में दिखने लगें तो वहां रहने वालों के लिए परेशानी का सबब बन जाते हैं।

कई लोग दवा डालकर इन्‍हें मार भी देते हैं। लेकिन आपको शायद ये नहीं पता कि चूहों को मारना आपके जीवन के लिए संकट का कारण बन सकता है।

अगर आप चूहों को मारने की बजाय उन्‍हें भगाने का काम करेंगें तो इससे आपको कोई नुकसान नहीं होगा। गणेश जी का प्रिय वाहन होने के कारण मूषक को मारना अशुभ होता है। इसके पीछे एक अन्‍य कारण भी है।

दरअसल, चूहे बिल में रहते हैं जहां गुप्‍प अंधेरा पसरा रहता है। ज्‍योतिष की मानें तो मूषक नकारात्‍मक शक्‍तियों का प्रतीक हैं और अंधकार में रहने के कारण उनमें नकारात्‍मक शक्‍तियां वास करती हैं। अगर अचानक से किसी एक घर में बहुत सारे चूहे आने लगें तो इसा मतलब है कि वहां नकारात्‍मक शक्‍तियां अपनी जगह बना रहीं हैं।

अगर आपके घर में चूहे घुस आएं हैं या आपको इनकी वजह से परेशानी हो रही है तो आपको इससे बचने के लिए भगवान गणेश की पूजा करनी चाहिए। मूषक को मारने से बचें वरना इसका दुखद परिणाम आपको ही भुगतना पड़ेगा।

घर में चूहों की समस्‍या से परेशान हैं तो इससे बचने एवं छुटकारा पाने का सबसे बेहतर उपाय है कि ऊंट के दांए पैर का नाखून लाकर आप अपने घर में रख दें। ऐसा करने से आपके घर में चूहे नहीं आएंगें और जो होंगें भी वो भी भाग जाएंगें।

चूहों को मारना – शास्‍त्रों में किसी भी तरह के जीव को मारने की सख्‍त मनाही है। जीव-जंतुओं की हत्‍या करने से मनुष्‍य पाप का भागी बनता है और इसका प्रभाव उसके जीवन पर भी पड़ता है।

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