माला से मंत्र का जाप

इस तरह माला से मंत्र का जाप करने से पूरी होगी हर कामना

सनातन धर्म में मंत्र जाप का भी बहुत महत्‍व है।

मान्‍यता है कि माला द्वारा मंत्र का जाप करने से विशेष फल की प्राप्‍ति होती है।

शास्‍त्रों के अनुसार माला के बिना मंत्र का जाप करना संभव नहीं है। कई बार कुंडली के दोषों को दूर करने या किसी मनोकामना की पूर्ति हेतु मंत्र जाप करने की सलाह दी जाती है और अलग-अलग मंत्रों के लिए विभिन्‍न मालाओं का प्रयोग किया जाता है। कुछ लोग मंत्र जाप तो कर लेते हैं किंतु उन्‍हें पूरा फल प्राप्‍त नहीं हो पाता है। इसका कारण होता है उचित माला से मंत्र का जाप न करना।

तो चलिए जानते हैं कि किस मनोकामना की पूर्ति हेतु कौन-सी माला से जाप करना उत्तम रहता है।

रुद्राक्ष की माला

शास्‍त्रों में रुद्राक्ष की माला को सर्वश्रेष्‍ठ माना गया है। रुद्राक्ष की माला से किया गया मंत्र जाप कभी भी निष्‍फल नहीं होता है। शत्रु को परास्‍त करने या शिव की कृपा पाने के लिए रुद्राक्ष की माला से जाप करना शुभ रहता है।

स्‍फटिक की माला

अगर आन धन लाभ या मां लक्ष्‍मी को प्रसन्‍न करने के लिए मंत्र जाप कर रहे हैं तो आपको स्‍फटिक की माला से मंत्र का जाप करना चाहिए। भौतिक वस्‍तु की प्राप्‍ति, वैभव, आकर्षण और सौंदर्य के लिए स्‍फटिक की माला से मंत्र जाप करना चाहिए।

तुलसी की माला

भगवान विष्‍णु की प्रिय तुलसी को अत्‍यंत पवित्र माना जाता है। भगवान विष्‍णु या कृष्‍ण के मंत्र क जाप करना है तो आपको तुलसी की माला का प्रयोग करना चाहिए।

कमलगट्टे की माला

देवी लक्ष्‍मी का आसन है कमल और इसीलिए कमलगट्टे की माला मां लक्ष्‍मी को अत्‍यंत प्रिय है। अगर आप धन की प्राप्‍ति या कर्ज से मुक्‍ति के लिए जाप कर रहे हैं तो आपको कमलगट्टे की माला से मंत्र जाप करना चाहिए।

मंत्र जाप में इन बातों का रखें ध्‍यान

– जिस माला से आप मंत्र का जाप कर रहे हैं उसे जान संख्‍या पूर्ण होने से पहले धारण न करें। मंत्र की जितनी जप संख्‍या का प्रण लिया है उसे अवश्‍य पूरा करें और उससे पहले माला को धारण न करें।

– माला को अत्‍यंत पवित्र माना जाता है इसलिए माला को पूजन स्‍थल में किसी साफ वस्‍त्र में लपेटकर ही रखें। मंत्र जाप से पूर्व रोज़ माला को धूप-दीप और नैवेद्य अर्पित करें।

– कामनाओं की पूर्ति के लिए 108 मणियों की माला का प्रयोग करने का विधान है। इसके अलावा अर्धसाधना के लिए 27 मणियों, मारण कार्यों के लिए 15 मणियों और कार्य सिद्धि के लिए 54 मणियों की माला का प्रयोग किया जाना चाहिए।

– अगर आप किसी पर वशीकरण करना चाहते हैं या मन की शांति के लिए जाप कर रहे हैं तो अंगूठे के अग्रभाग से माला चलाएं। आकर्षण या सौंदर्य पाने के लिए जाप कर रहे हैं तो अंगूठे या अनामिका अंगुली से माला का जाप करें। मारण कार्यों के लिए मंत्र जाप कर रहे हैं तो अंगूठे व कनिष्‍ठिका अंगुली से जाप करें।

इस तरह से माला से मंत्र का जाप करने से पूर्ण फल की प्राप्ति होती है – इन बातों का विशेष ध्‍यान रखें।

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