चंद्र ग्रहण के दौरान

चंद्र ग्रहण के दौरान करने चाहिए ये उपाय !

ज्‍योतिषशास्‍त्र में चंद्र ग्रहण को बहुत महत्‍वपूर्ण माना गया है। सूर्य और चंद्रमा के बीच जब पृथ्‍वी आ जाती है तो सूर्य की रोशनी चंद्रमा पर नहीं पड़ती है। इस क्रिया को चंद्र ग्रहण कहा जाता है। सूर्य, पृथ्‍वी और चंद्रमा एक सरल रेखा में होते हैं तो चंद्रग्रहण की स्थिति बनती है।

ज्‍योतिष की मानें तो चंद्रग्रहण हमेशा पूर्णिमा की रात को होता है। सूर्य ग्रहण की तरह चंद्रग्रहण भी आंशिक और पूर्ण हो सकता है।

कहते हैं कि चंद्र गहण का सबसे अधिक प्रभाव गर्भवती स्‍त्री और उसके बच्‍चे पर पड़ता है। शास्‍त्रों के अनुसार ग्रहण का अर्थ ही नकारात्‍मक होता है एवं इसके मनुष्‍य के जीवन और शरीर पर कई दुष्‍प्रभाव पड़ सकते हैं। अगर चंद्रग्रहण से पूर्व ही कुछ उपाय कर लिए जाएं जो ग्रहण की रश्मियों को हमारे ऊपर हावी न होने दें।

करें मंत्र का जाप

ज्‍योतिषशास्‍त्र के अनुसार चंद्र ग्रहण का प्रभाव 108 दिनों तक रहता है इससलिए चंद्र ग्रहण के दुष्‍प्रभावों से बचने के लिए मनुश्‍य को चंद्र ग्रहण के दौरान जाप करना चाहिए। चंद्र ग्रहण के दौरान आप नवग्रह मंत्र, गायत्री मंत्र एवं महामृत्‍युंजय मंत्र क जाप कर सकते हैं। इसके साथ ही दुर्गा चालीसा, विष्‍णु सहस्‍त्रनाम का पाठ और गजेंद्र मोक्ष का पाठ करना भी फलदायी रहता है।

दान से मिलेगा लाभ

शास्‍त्रों में चंद्रग्रहण के दौरान दान का भी बहुत महत्‍व है। जरूरतमंद और गरीब लोगों में अटा, चावल, चीनी, सफेद कपड़े, साबुत उड़द की दाल, सतनज, काले तिल और काले रंग के वस्‍त्रों का दान करना चाहिए।

चंद्र देव की करें आराधना

मतस्‍य पुराण के अनुसार चंद्र ग्रहण के दौरान सफेद चंदन और सफेद फूलों से चंद्र देव की आराधना करनी चाहिए। इससे चंद्र देव के ग्रहण का प्रभाव आपके ऊपर नहीं पड़ता।

इस मंत्र का करें जाप

चंद्र ग्रहण के दौरान ‘ऊं श्रां श्रीं श्रौं स: चंद्रमसे नम:’ एवं ‘ऊं सों सोमाय नम:’ मंत्र का जाप करें। चंद्रग्रहण के दौरान इन मंत्रों के जाप से चंद्र देव प्रसन्‍न होते हैं। इन वैदिक मंत्रों का जाप जितनी श्रद्धा से किया जाए उतना ही लाभ होता है।

इन बातों का रखें ध्‍यान

चंद्र ग्रहण के दौरान कुछ विशेष बातों का ध्‍यान रखना चाहिए। ग्रहण मोक्ष के उपरांत हवन करना, स्‍नान, स्‍वर्ण का दान, तुला दान और गौ दान करना चाहिए।

मांगलिक दोष

अगर आपकी कुंडली में मांगलिक दोष है तो आपको इसके निवारण हेतु चंद्र ग्रहण के दौरान सुंदररकांड का पाठ करना चाहिए। इससे आपको सकारात्‍मक फल मिलेंगें।

ये है चंद्र ग्रहण के दौरान करने चाहिए ये उपाय – अगर आप चंद्र ग्रहण के दुष्‍प्रभावों से बचना चाहते हैं तो चंद्रग्रहण के दौरान इन उपायों को अवश्‍य करें।

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