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सूर्य जाप और पूजा

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हिन्दू पौराणिक कथाओं में सूर्य को ब्रह्मांड की आत्मा कहा गया है. सूर्य जो एक तरफ धरती को प्राण दे रहा है  वहीँ दूसरी तरफ सूर्य रविवार को सूर्य भगवान की पूजा करने से मनचाही मुराद पूरी हो जाती है. कहते हैं कि जिस भक्त पर सूर्य देव की कृपा होती है उसके पास ना धन की कमी होती है और ना ही उसके मान-सम्मान में कोई गिरावट आती है. सूर्यदेव को हिन्दू धर्म के पंचदेवों में से सबसे प्रमुख देव बताया गया है.

पौराणिक कथा के अनुसार युद्ध में हारे हुए देवताओं की रक्षा के लिए प्रजापति दक्ष की कन्या अदिति ने सूर्य से उनके पुत्र रूप में जन्म लेने की प्रार्थना की. तब सूर्य देव ने प्रकट होकर अपने एक अंश को उनके गर्भ से जन्म लेने की बात कही. कुछ समय बीत जाने के बाद अदिति के गर्भ से सूर्य देव का जन्म हुआ था. उन्होंने दैत्यों से देवताओं की रक्षा की थी. आज भी सूर्य देव दैत्य ग्रहों से इन्सान की रक्षा करते हैं. आपके जीवन में यदि दुःख हो या फिर आपकी कुंडली में सूर्य देव नाराज हों तो आपको सूर्य जाप और पूजा का आयोजन करा लेना चाहिए.