संतान मिलने का रहस्य

संतान सुख मिलने का रहस्य पिछले जन्म से है जुड़ा !

संतान मिलने का रहस्य – हिंदू धर्म में मनुष्‍य के पिछले जन्‍म के कर्मों और जन्‍म को भी महत्‍व दिया जाता है।

कहते हैं कि पिछले जन्‍म के कर्मों का फल अगले जन्‍म तक भोगना पड़ता है। जैसे पिछले जन्‍म के कर्म होंगें व्‍यक्‍ति को वैसे ही माता-पिता, भाई-बहन, पित-पत्‍नी और दोस्‍त के साथ-साथ शत्रु भी मिलेंगें। कर्मों और जन्‍म का इन सभी रिश्‍तों से कोई ना कोई लेना-देना होता है इसलिए ये संबंधन व्‍यक्‍ति के जीवन में विशेष महत्‍व रखते है।

माना जाता है कि किसी व्‍यक्‍ति को संतान के रूप में भी अपने पिछले जन्‍म का कोई संबंधी ही मिलता है। शास्‍त्रों में इसे 4 प्रकार में बांटा गया है।

आइए जानते हैं संतान मिलने का रहस्य – किस प्रकार पिछले जन्‍म और संतान का एक-दूसरे से संबंध होता है।

संतान मिलने का रहस्य –

1 – ऋणानुबंध

अगर आपने पिछले जन्‍म में कोई कर्ज लिया था और किसी कारणवश उसे चुका नहीं पाएं हो तो अगले जन्‍म में वही व्‍यक्‍ति आपकी संतान के रूप में जन्‍म लेती है। तब संतान के कारण आपका पैसा व्‍यर्थ हो जाता है।

2 – शत्रु पुत्र

यदि पिछले जन्‍म में कोई शत्रु रहा हो और वो आपसे प्रतिशोध ना ले पाया हो तो इस जन्‍म में वो आपकी संतान का रूप लेकर आ सकता है। अगले जन्‍म में आपकी संतान के कारण आपको परेशानियों का सामना करना पड़ता है। हो सकता है कि आपकी ही संतान आपकी शत्रु बन जाए।

3 – उदासीन

ऐसी संतान माता-पिता के लिए ना के बराबर होती है। इनसे माता-पिता को ना तो सुख मिल पाता है और ना ही उन्‍हें दुख मिलता है। ये होते हुए भी नहीं होती हैं। विवाह के पश्‍चात् ये माता-पिता से अलग हो जाते हैं।

4 – पुत्र सेवा

अगर आपने अपने पिछले जन्‍म में निस्‍वार्थ भाव से बहुत लोगों की सेवा की है तो अगले जन्‍म में आपको पुत्र की सेवा का सौभाग्‍य प्राप्‍त होगा। अगले जन्‍म में आपको अपने पुत्र से अत्‍यधिक स्‍नेह और प्रेम मिलेगा।

संतान मिलने का रहस्य – शास्‍त्रों के अनुसार इन सभी बातों का संबंध व्‍यक्‍ति के पिछले जन्‍म से होता है। आप अपने जीवन में जो कुछ भी करते हैं आपको उसका फल अगले जन्‍म में जरूर मिलता है।

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