तुलसी का पौधा

इन दिनों में तुलसी के पत्ते तोड़ने से घर आती है गरीबी

तुलसी का पौधा – तुलसी को बेहद पवित्र माना गया है एवं हर घर में तुलसी का होना अनिवार्य माना गया है। सदियों से हर हिंदू परिवार में तुलसी का पौधा जरूर लगाया जाता है। वैसे तो रोज़ ही तुलसी की पूजा की जानी चाहिए किंतु शास्‍त्रों में कुछ ऐसे खास दिन बताए गए हैं तब तुलसी के पत्ते तोड़ना अशुभ माना जाता है।

आज हम आपको बताते हैं कि शास्‍त्रों के अनुसार किन खास दिनों में तुलसी के पत्ते नहीं तोड़ने चाहिए।

– एकादशी, रविवार, सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण के समय तुलसी के पत्ते ना तोड़ें। इसके अलावा रात के समय भी तुलसी के ना तो पत्ते तोड़ने चाहिए और ना ही उसे स्‍पर्श करना चाहिए। बेवजह तुलसी के पत्ते तोड़ना पाप माना जाता है।

– तुलसी को सेहत के लिए फायदेमंद माना जाता है लेकिन इसके पत्तों को चबाने की बजाय निगल लेना चाहिए। तुलसी में पारा धातु होता है जो दांतों को नुकसान पहुंचा सकता है।

– शिवपुराण में उल्लिखित है कि तुलसी दैत्‍यों के राजा शंखचूड़ की पत्‍नी थी। चूंकि शिव जी ने शंखचूड़ का वध किया था इसलिए भगवान शिव के पूजन में तुलसी के पत्तों का प्रयोग नहीं करना चाहिए।

– शास्‍त्रों के अनुसार रोज़ तुलसी की पूजा करने और सुबह-शाम तुलसी के पौधे के पास दीपक जलाने से उस घर पर महालक्ष्‍मी की कृपा बरसती है। ऐसे घर में सुख-शांति हमेशा बनी रहती है।

– तुलसी कई प्रकार के वास्‍तुदोषों को भी समाप्‍त करती है। घर-परिवार की आर्थिक स्थिति में भी तुलसी सुधार लाती है।

– कहते हैं कि जिस घर में तुलसी होती है वहां के सदस्‍यों को कभी बुरी नज़र नहीं लगती है। घर के आसपास फैली नकारात्‍मक ऊर्जा का नाश होकर सकारात्‍मक ऊर्जा का संचार होता है।

– मान्‍यता है कि तुलसी से घर के वातावरण में फैले कीटाणु नष्‍ट हो जाते हैं। इस पवित्रता के कारण घर में मां लक्ष्‍मी का वास होता है।

अगर आपके घर में भी तुलसी का पौधा है तो आपको भी इन बातों का ध्‍यान रखना चाहिए। तुलसी को अत्‍यंत पवित्र माना गया है इसलिए इसकी पूजा से संबंधित कई नियम भी बनाए गए हैं।

Share this post