वास्तुशास्त्र

घर की सुख-समृद्धि के लिए महिलाओं को करना चाहिए ये काम

वास्तुशास्त्र के अनुसार घर में उत्‍पन्‍न ऊर्जा का मुख्‍य स्रोत गृहलक्ष्‍मी यानि महिलाएं होती हैं।

घर में रहने वाली महिलाओं के विचारों और व्‍यवहार से घर में नकारात्‍मक और सकारात्‍मक ऊर्जा का प्रवाह होता है। अपने घर में सुख-शांति और समृद्धि को बनाए रखने के लिए महिलाओं को वास्‍तु की इन बातों का ध्‍यान रखना चाहिए।

जिस घर की महिलाएं इन बातों पर ध्‍यान देती हैं उनके घर-परिवार पर कुबेर देवता मेहरबान रहते हैं।

महिलाओं को हर छोटी बात पर क्रोध करना, जोर से बात करना और चिल्‍लाना नकारात्‍मक ऊर्जा का संचार करता है। महिलाओं को इन चीज़ों से दूर रहना चाहिए। स्‍वयं पर भरोसा करना सीखें। हर छोटी बात का आनदं पूरे मन से उठाएं। अपने परिवार को एक सूत्र में बांधकर रखें।

सुबह जल्‍दी उठकर घर की सफाई करने के बाद महिलाओं को स्‍नान कर लेना चाहिए। जो महिला स्‍वच्‍छ नहीं रहती है उसके घर में रोग और नेगेटिव एनर्जी आसानी से प्रवेश कर जाती हैं। स्‍नान के पश्‍चात् ही महिलाओं को रसोईघर में प्रवेश करना चाहिए। ऐसा करने से आपके परिवार के सदस्‍यों की सेहत अच्‍छी रहती है और घर में सकारात्‍मक ऊर्जा बढ़ती है।

वास्तुशास्त्र के अनुसार सूरज ढलने के बाद महिलाओं को अपने बाल नहीं बनाने चाहिए। सूर्यास्‍त के बाद बाल बनाने से घर में अशुभता का वास होता है। वहीं रात्रि के समय बालों को बांधकर सोना चाहिए वरना ऐश्‍वर्य लक्ष्‍मी आपसे नाराज़ हो जाती हैं और बाल खुले रखकर सोने से बुरे सपने आते हैं।

भोजन बनाने के बाद सबसे पहले एक थाली लगाएं और घर के मंदिर में भगवान को भोग लगाएं। फिर उस थाली को सारे भोजन में मिलाकर पारिवारिक सदस्यों को परोसें।

अगर आप चाहती हैं कि आपके घर में सकारात्‍मक ऊर्जा का प्रवेश हो तो अपने घर को साफ-सुथरा रखें। जिस घर में गंदगी होती है वहां रोग का साया मंडराता रहता है। रात के समय सफाई करने से घर में बरकत नहीं रहती है।

वास्तुशास्त्र के अनुसार अगर आप भी अपने घर में सुख-समृद्धि लाना चाहती हैं तो इन बातों का जरूर ध्‍यान रखें।

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