देवी देवताओं के भोग

जानिए किस देवी-देवता को चढ़ाना है कौन-सा प्रसाद

देवी देवताओं के भोग – ईश्‍वर को प्रसन्‍न करने के लिए उनकी पूजा की जाती है लेकिन ये पूजा प्रसाद के बिना अधूरी है।

हर देवी-देवता को पूजन में उनकी पसंद को भोग लगाया जाता है। कहते हैं कि इससे वह जल्‍दी प्रसन्‍न हो जाते हैं और मनोकामना को शीघ्र पूर्ण कर देते हैं। प्रत्‍येक देवी-देवता की पसंद के अनुसार सभी को अलग-अलग भोग लगाया जाता है।

आइए जानते हैं कि किस देवी-देवता के पूजन में क्‍या भोग अर्पित करना चाहिए।

देवी देवताओं के भोग

भगवान विष्‍णु का प्रसाद

इस संसार के रचयिता भगवान विष्‍णु को पंचामृत और सूजी का हलवा बेहद पसंद है। भगवान विष्‍णु के पूजन में देसी घी में बना हुआ सूजी का हलवा प्रसाद में चढ़ाएं। इस हलवे में सूखे मेवे भी डालें। रविवार और गुरुवार के दिन लक्ष्‍मीनारायण मंदिर जाकर भोग लगाएं। भगवान विष्‍णु के प्रसाद में तुलसी डालना ना भूलें।

भगवान शिव का भोग

सभी जानते हैं कि भगवान शिव को भांग अतिप्रिय है। इसके अलावा उन्‍हें पंचामृत भी बहुत पसंद है।

हनुमान जी का प्रसाद

हनुमान जी को पंचमेवा से बने लड्डू, केसर भात और डंठल वाला पान बहुत पसंद है। हुनमान जी को इमरती का भोग भी लगाया जाता है। 5 मंगलवार तक हनुमान मंदिर में चोला चढ़ाने और इन चीज़ों का भोग लगाने से सभी प्रकार के कष्‍ट दूर हो जाते हैं।

मां दुर्गा का भोग

मां दुर्गा के भोग में खीर, मालपुए, हलवा, केले और नारियल चढ़ाएं। माता रानी को हलवा बहुत पसंद है। नवरात्रि के दिनों में उन्‍हें इन चीज़ों का भोग जरूर लगाएं।

भगवान कृष्‍ण का भोग

कृष्‍ण जी को माखन और मिश्री ही पसंद है। बचपन से उन्‍हें माखन खाने का बहुत शौक रहा है।

मां काली का भोग

मां काली और भैरवनाथ को एक ही भोग लगाया जाता है। इन्‍हें मंदिरा के साथ-साथ हलवा-पूरी चढ़ाई जाती है।

भगवान गणेश का भोग

गणेश जी को मोदक और लड्डू सबसे ज्‍यादा प्रिय हैं। शुद्ध घी से बने मोदक और लड्डू का भोग लगाने से गणेश जी हर दुख को दूर करते हैं।

ये है देवी देवताओं के भोग – आपकी जो भी मनोकामना है उसकी पूर्ति के के लिए अपने ईष्‍ट देवता को उनकी पसंद का भोग जरूर लगाएं। इससे आपकी मनोकामना जरूर ही पूर्ण होगी।

Share this post