आर्थिक कष्ट

इन चार देवी-देवताओं के पूजन से दूर होते हैं सभी आर्थिक कष्ट

आर्थिक कष्ट – हिंदू धर्म में सुख और समृद्धि की कामना के लिए मनुष्‍य, भगवान की पूजा करता है। प्राचीन काल से ही ज्ञान, समृद्धि और सुख की कामना की पूर्ति के लिए अनेक उपाय किए जाते रहे हैं। शास्‍त्रों के अनुसार अलग-अलग मनोकामना पूर्ण करने के लिए अलग-अलग देवी-देवताओं की पूजा करनी होती है।

आज हम आपको बता रहे हैं कि आर्थिक कष्ट दूर करने और  धन और समृद्धि पाने के लिए आपको किस देवी और देवता की पूजा करनी चाहिए।

आर्थिक कष्ट दूर करने के लिए –

1 – भगवान गणेश

किसी भी मांगलिक या शुभ कार्य से पहले भगवान गणेश की पूजा करने का विधान है। गणेशजी की दाईं ओर स्‍वास्तिक और उनकी बाईं ओर ऊं का चिह्न बनाया जाता है। वास्‍तु के अनुसार ऐसा करने से समृद्धि की प्राप्‍ति होती है। समृद्धि का प्रथम प्रतीक भगवान गणेश को ही माना गया है।

2 – देवी लक्ष्‍मी

भगवान विष्‍णु की पत्‍नी मां लक्ष्‍मी, धन और समृद्धि प्रदान करती हैं। कमल के आसन पर बैठने वाली मां लक्ष्‍मी के पूजन से व्‍यक्‍ति को अपार धन की प्राप्‍ति होती है और उसके सारे कष्‍ट दूर हो जाते हें। समुद्रमंथन के दौरान क्षीरसांगर से मां लक्ष्‍मी का जन्‍म हुआ था। मान्‍यता है कि ज्ञान के बिना धन व्‍यर्थ हो जाता है इसीलिए भगवान गणेश और माता लक्ष्‍मी के साथ ज्ञान की देवी मां सरस्‍वती की पूजा की जाती है।

3 – कुबेर देवता

भगवान शिव ने कुबेर को धनपाल होने का वरदान दिया था। कुबेर देवता, रावण के सौतेले भाई हैं। शास्‍त्रों में कुबेर देवता को धन और समृद्धि का देवता कहा गया है। इन्‍हें देवताओं का कोषाध्‍यक्ष भी कहा जाता है। इनके पूजन से धन से संबंधित सभी प्रकार की परेशानियां दूर हो जाती हैं

4 – भगवान विष्‍णु

संसार के पालनहार भगवान विष्‍णु के बिना इस संसार में कुछ भी संभव नहीं है। भगवान विष्‍णु का पूजन करने से धन की देवी मां लक्ष्‍मी भी प्रसन्‍न होती हैं। जहां विष्‍णु जी की पूजा होती है वहां मां लक्ष्‍मी, गणेश जी और कुबेर देवता स्‍वयं ही वास करते हैं

अगर आप धन और समृद्धि की कामना करते हैं तो आपको इन चार देवी-देवताओं का पूजन करना चाहिए। इनके पूजन से आपके सारे आर्थिक कष्ट अवश्‍य दूर हो जाएंगें।

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