पंचदेवों की आराधना

पंचदेवों की आराधना से दूर होंगें सारे कष्ट !

पंचदेवों की आराधना – ईश्‍वर के पूजन और आराधना से मन को शांति मिलती है साथ ही दुखों और कष्‍टों का भी नाश होता है।

ईश्‍वर के पूजन में विशेष नियमों के बारे में बताया गया है। महापुराण, शिवपुराण और विष्‍णपुराण सहित सभी शास्‍त्रों में देवी मां सहित पंचदेवों की पूजा अनिवार्य बताई गई है। जो व्‍यक्‍ति नियमित पंचदेवों की आराधना करता है उसका बुरा समय और समस्‍याएं धीरे-धीरे दूर हो जाती हैं।

तो चलिए जानते हैं पंचदेवों की आराधना – पंचदेवों में किसका नाम शामिल है और इनकी कृपा पाने के लिए क्‍या उपाय करना चाहिए।

पंचदेवों की आराधना

1 – भगवान गणेश

किसी भी मांगलिक कार्य में सबसे पहले भगवान गणेश का पूजन किया जाता है। गणेश जी को प्रसन्‍न करने के लिए 11 या 21 दूर्वा चढ़ाएं एवं इन्‍हें मोदक का भोग लगाएं।

2 – भगवान विष्‍णु

भगवान विष्‍णु की आराधना करने से मां लक्ष्‍मी की कृपा भी प्राप्‍त होती है। इस प्रकार भगवान विष्‍णु की आराधना करने वाले व्‍यक्‍ति को कभी भी धन की कमी नहीं होती है। विष्‍णु को जी को प्रसन्‍न करने के लिए लड्डू का भोग लगाएं।

3 – भगवान शिव

शिव तो सर्वशक्‍तिशाली हैं। उन्‍हें प्रसन्‍न कर लिया तो मानो पूरा जग जीत लिया। भोले बाबा को प्रसन्‍न करना बेहद सरल है। भगवान शिव की कृपा पाने के लिए शिवलिंग पर बिल्‍प पत्र चढ़ाएं और उन्‍हें मिठाई का भोग लगाएं।

4 – देवी माता

पंचदेवों में चौथे नंबर पर आती हैं देवी मां। मां की कृपा से दीर्घायु, स्‍वस्‍थ जीवन और समृद्धि की प्राप्‍ति होती है। देवी मां को प्रसन्‍न करना बेहद सरल है। देवी मां को प्रसन्‍न करने के लिए उन्‍हें कुमकुम चढ़ाएं और मौसमी फलों का भोग लगाएं।

5 – सूर्य भगवान

सूर्य देव सफलता के कारक है। जिस व्‍यक्‍ति ने सूर्य देव का प्रसन्‍न कर लिया उसे अपने जीवन के हर क्षेत्र में सफलता हासिल होती है। सूर्य देव को प्रसन्‍न करने के लिए रोज़ सुबह हल्‍दी के पानी से उन्‍हें अर्घ्‍य दें।

इन पंचदेवों की आराधना से जीवन के सारे कष्‍ट दूर हे जाते हैं। अगर आप किसी मुसीबत में हैं तो आपको अवश्‍य ही रोज़ पंचदेवों की आराधना करनी चाहिए।

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